अध्ययन जगमगाती आँखों में बसे उन सपनो को हकीकत में बदलने के लिए बेताब हैं जो उनकी विचारधारा और जीवन को नई दिशा दे। अध्ययन का सफ़र 2009 से आरम्भ हुआ जिसकी नींव अमित तिवारी ने रखी जो 10 साल तक मंजिल के छात्र रहे |
सीख कर सिखाने की प्रेरणा उन्हें
रवि भईया से मिली और इसी जज़्बे के साथ उन्होंने जमरुदपुर में रहे बच्चो के साथ अध्ययन नामक संस्था का निर्माण किया, जिसका उद्देश्य
शिक्षा के अभाव को दूर करके आदर्श शिक्षा प्रदान करना है। परन्तु यह सब इतना सरल नहीं
था, कहते हैं न, कि राह चुननी आसान है पर उस पर चलना हर किसी के
बस की बात नहीं। आरम्भ में अध्ययन के सामनें कहीं कड़ी चुनौतियाँ आई एक समय तो ऐसा भी आया जब अध्ययन
में न शिक्षक थे और न ही शिक्षा के साधन, ऐसे कड़े समय में बच्चों
नें ही एक दुसरे को सम्भाला और अमित भईया नें मोमबत्ती बनाने (candle
making) की क्लास शुरू करने की बात कही कुछ महीने तक अध्ययन में
candle making और craft ही चलता रहा और धीरे धीरे हालात सुधरे और मंजिल के ही कुछ अध्यापक ने अध्ययन में पढ़ाना शुरू किया।
आज अध्ययन में बच्चे शिक्षा का
लाभ उठा रहे हैं और इसके साथ साथ अन्य क्लासे भी ग्रहण कर रहे हैं। नि:संदेह
अध्यापकों की कमी अध्ययन में हमेशा रही है जिसके कारण बच्चों की शिक्षा में कठनाईयाँ
आती रहती हैं परन्तु बच्चों का जज़्बा और इनके सीखने की इच्छा इतनी अधिक है कि वह
बिना अध्यापक के ही अपनी कक्षा में लगातार आते हैं और स्वयं अभ्यास करतें हैं।
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